अंग्रेज प्रशासक किंग्स्फोर्ड को मौत के घाट उतारने मुजफ्फरपुर जाते समय प्रसिद्द क्रांतिकारी खुदीराम बोस ने अपनी मां से कहा...
मुजफ्फरपुर जाइबो
किंग्स्फोर्ड मारिबो
मां बिदाई दाओ
मां बिदाई दाओ
एक बार बिदाई मां पूरे आसी
हांसी हांसी पोरबो फांसी
देखबे भारतवासी
फांसी ते कोड़ जीवन के शेष
तुई की मां ऐइ ताहिरे जननी
तुई की मां ऐइ ताहिरे देश
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2 comments:
शत शत नमन इन शहीदों को !!!!!
बहुत-बहुत धन्यवाद ऋतेश जी इस कविता को कब से ढ़ूढ़ रही थी।
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