Saturday, March 28, 2009

खुदीराम के वो बोल

अंग्रेज प्रशासक किंग्स्फोर्ड को मौत के घाट उतारने मुजफ्फरपुर जाते समय प्रसिद्द क्रांतिकारी खुदीराम बोस ने अपनी मां से कहा...

मुजफ्फरपुर जाइबो

किंग्स्फोर्ड मारिबो

मां बिदाई दाओ

मां बिदाई दाओ

एक बार बिदाई मां पूरे आसी

हांसी हांसी पोरबो फांसी

देखबे भारतवासी

फांसी ते कोड़ जीवन के शेष

तुई की मां ऐइ ताहिरे जननी

तुई की मां ऐइ ताहिरे देश

-------------

2 comments:

Chandan Kumar Jha said...

शत शत नमन इन शहीदों को !!!!!

shubhra said...

बहुत-बहुत धन्यवाद ऋतेश जी इस कविता को कब से ढ़ूढ़ रही थी।