Tuesday, August 28, 2007


चिट्ठाजगत अधिकृत कड़ी
इस छोटी सी जिंदगी ने बहुत ज्यादा जंग देखे,

चमकते हुए चेहरे और मन बदरन्ग देखे.

कौन कहता है कडुवाहट से पैदा होते हैं झगडे,

हमने तो हंसते हंसते मचते हुए हुडदंग देखे.

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